ओ बहना, घर में हो दिन अपने कैसे बिताए रही बोलो री : गायिका – कामिनी मिश्रा और यामिनी पाण्डेय
घर पर रहें : घर पर सुनें : हर दिन नए गाने
गीत संख्या – 43
ओ बहना, घर में हो दिन अपने कैसे बिताए रही बोलो री
ओ बहना, घर में हो दिन अपने कैसे बिताए रही बोलो री,
ओ बहना, हम का बताई तुमका, का समझाई तुम सब जानो री
नीक लागै अब हमका घर ही मा
ओ बहना, काहू से मिलना नाही काहू के घर नाही जाऊं री
ओ बहना, थोड़ा धीरज धरूं, तो पहले जैसी ख़ुशी पाऊं री
अपनी सुरक्षा अपने हाथ मा
ओ बहना, अपने जीवन खातिर बात जो है ज़रूरी मानूं री
ओ बहना, हाथ मुंह पर न धरें दूरी बनाए रहें जानूं री
करि लें समय का सही उपयोग री
ओ बहना, मौका है घर में रहिके जो कर न पाए करि लें काम री
ओ बहना, सही तुम कहि रहीं , अपने मन के करि लें काम री
ओ बहना, घर में हो दिन अपने कैसे बिताए रही बोलो री,
ओ बहना, हम का बताई तुमका, का समझाई तुम सब जानो री
- गीतकार – अशोक हमराही
Ghar Par Rahen Ghar Par Sunen Song No. 43 O bahna ghar mein ho din apne … Singers : Kamini Mishra & Yamini Pandey Lyrics : Ashok Hamrahi Music : Kewal Kumar
कामिनी यामिनी, इन दोनों बहनों ने संगीत की हर विधा में अपनी गायन प्रतिभा का परिचय दिया है। दोनों बहनें एक साथ मंच पर कार्यक्रम प्रस्तुत करती हैं। भजन, ग़ज़ल, गीत, लोकगीत इन सभी में उन्होंने अपनी अलग पहचान बनाई है।आकाशवाणी तथा दूरदर्शन से बी high की कलाकार बहनों ने अनेक महोत्सवों में सफल कार्यक्रम का प्रस्तुत किए हैं। कामिनी यामिनी ने शास्त्रीय संगीत तथा सुगम संगीत की शिक्षा भातखंडे लखनऊ से प्राप्त किया है, साथ ही गुरु मोहन लाल जी कुंवर तथा श्री केवल कुमार से संगीत की बारीकियों को सीखा है।