मन तो है चंचल माने ना : गायक – राहुल श्रीवास्तव
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गीत संख्या – 42
मन तो है चंचल माने ना
मन तो है चंचल माने ना
ख़तरा है कितना जाने ना
कैसे समझाऊं
कैसे बताऊं
बात ये मेरी माने ना
धीर धरे ना
बात सुने ना
अपनी ही धुन में रहता है
वो निर्मोही
मोह न जाने
जिनके लिए मचलता है
कैसे सुलझाऊं
उलझता जाऊं
ये तो कुछ भी माने ना
मन तो है चंचल माने ना
ख़तरा है कितना जाने ना
कैसे समझाऊं
कैसे बताऊं
बात ये मेरी माने ना
राह न सूझे
पथ अनबूझे
फिर भी ये मन भाग रहा
दौड़ता फिरता
कुछ नहीं सुनता
आख़िर जाएगा ये कहां
कैसे मनाऊं
समझ न पाऊं
लाख जतन करें माने ना
मन तो है चंचल माने ना
ख़तरा है कितना जाने ना
कैसे समझाऊं
कैसे बताऊं
बात ये मेरी माने ना
- गीतकार – अशोक हमराही
Ghar Par Rahen Ghar Par Sunen Song No. 42 Man to hai chanchal mane na … Singer : Rahul Srivastava Lyrics : Ashok Hamrahi Music : Kewal Kumar Music Arrange : Rahul Srivastava
संगीतकार, ग़ज़ल और सूफ़ी गायक और गिटार वादक राहुल श्रीवास्तव ने श्री केवल कुमार श्रीवास्तव से सुगम संगीत, लोक संगीत की शिक्षा ली। अपनी संगीत विशारद की उपाधि भातखंडे संगीत महाविद्यालय लखनऊ से प्राप्त की और फिर उस्ताद गुलशन भारती से शास्त्रीय संगीत की बारीकियों को सीखा । राहुल श्रीवास्तव शास्त्रीय रूप से एक प्रशिक्षित म्यूजिक कम्पोज़र, गायक और गिटार वादक है । आकाशवाणी पुणे के लिए एक कैजुअल म्यूज़िक कम्पोज़र के रूप में और संगीत परीक्षक (निर्णायक ) के रूप में काम कर रहे हैं । राहुल ने अपने पेशेवर संगीत कैरियर की शुरुआत तालाश बैंड के साथ की, जो एक सूफ़ी फ्यूजन बैंड है। तालाश बैंड के साथ राहुल ने काबुल में अंतर्राष्ट्रीय संगीत समारोह में प्रदर्शन के साथ काहिरा और अलेक्जेंड्रिया, मिस्र में ‘INDIA CULTURAL WEEK’ में भारत का प्रतिनिधित्व किया। 20 साल से अधिक के संगीतमय करियर के साथ, राहुल ने फीचर फिल्म, लघु फिल्मों और थियेटर के लिए बड़े पैमाने पर संगीत की रचना की, जिंगल्स भी बनाया। हिमेश रेशमिया के साथ म्यूज़िक कम्पोज़र और गायक के रूप में काम किया। एक ड्रीम प्रोजेक्ट – काबिरा जंक्शन, उनकी नवीनतम अवधारणा और फ्यूज़न परियोजना, एक बहु-शैली बैंड है जो संत कबीर के दर्शन को आज के युग के संगीत के साथ सम्मिश्रण करता है