अब तो ल्यो मान हमरी बतिया अब घर से निकसिहयो ना रे : गायिका – भारती श्रीवास्तव
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गीत संख्या – 33
अब तो ल्यो मान हमरी बतिया अब घर से निकसिहयो ना रे
अब तो ल्यो मान हमरी बतिया अब घर से निकसिहयो ना रे
तुमका कसम हमरी लागै, जो बात हमरी मनिहयो ना रे
इतने दिनन ते कहि कहि हारे
अब देखो घिर आए बादर कारे
अबहू समझिहयो न तुम तौ फिर कबहू समझिहयो ना रे
तुमका कसम हमरी लागै, जो बात हमरी मनिहयो ना रे
अब तो ल्यो मान हमरी बतिया अब घर से निकसिहयो ना रे
तुमका कसम हमरी लागै, जो बात हमरी मनिहयो ना रे
ऐसेहि तब तक चलता रहेगा
कोरोना ई पीछा करता रहेगा
जब तक घर माही रहि कै अब इसको हरइयो ना रे
तुमका कसम हमरी लागै, जो बात हमरी मनिहयो ना रे
अब तो ल्यो मान हमरी बतिया अब घर से निकसिहयो ना रे
तुमका कसम हमरी लागै, जो बात हमरी मनिहयो ना रे
- गीतकार – अशोक हमराही
Ghar par rahen Ghar par sunen – Roz naye gane Song No. 33 Ab to maan leu hamri batiya… Singer : Bharti Srivastava Lyrics : Ashok Hamrahi Music : Kewal Kumar
भारती श्रीवास्तव ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय से शास्त्रीय संगीत में स्नातक की उपाधि ग्रहण की है। उन्होंने श्री रामाश्रय झा से संगीत की बारीकियों को सीखा और आजकल श्री केवल कुमार जी से सुगम संगीत की बारीकियों को सीख रही हैं।