He hari har lo rog taap santaap hamara copy



घर पर रहें : घर पर सुनें : हर दिन नए गाने

गीत संख्या – 51

हे हरि हर लो रोग ताप संताप हमारा

हे हरि हर लो रोग ताप संताप हमारा

संकट की घड़ियों में बस एक सहारा

ठहर गई है आज प्रभु जीवन की धारा

राह न सूझे पथ अनबूझे दूर किनारा

होकर अब गतिहीन विकल है जीव तुम्हारा

संकट की घड़ियों में बस एक सहारा

हे हरि हर लो रोग ताप संताप हमारा

संकट की घड़ियों में बस तुम्हीं सहारा

समय का पंछी दूर गगन में कहीं खो गया

जाते – जाते हमें घरों में क़ैद कर गया

इस पीड़ा से अब हमको दे दो छुटकारा

संकट की घड़ियों में बस एक सहारा

हे हरि हर लो रोग ताप संताप हमारा

संकट की घड़ियों में बस तुम्हीं सहारा

  • गीतकार – अशोक हमराही

Ghar Par Rahen Ghar Par Sunen Song 51 Hey hari har lo rog taap santap hamara… Singer – Pushpa Banerjee Lyrics : Ashok Hamrahi Music : Kewal Kumar Music Arranger – Shubhankar Chatterjee Guitar – Vishwajit Chatterjee

जानी मानी गायिका पुष्पा बनर्जी आकाशवाणी वाराणसी तथा दूरदर्शन की कलाकार हैं। उन्होंने गायन में संगीत प्रभाकर किया है। उनके गुरु ठुमरी सम्राट पंडित महादेव प्रसाद मिश्रा थे। वह देश के विभिन्न राज्यों में अनेक कार्यक्रम दे चुकी हैं। अनेक पुरस्कारों से सम्मानित पुष्पा बनर्जी ने रामायण धारावाहिक में पद्मश्री रवीन्द्र जैन जी के साथ गाया है। पुष्पा बनर्जी का गाया हुआ ये भजन सुनिए… Like करिए… Share करिए … और अपने विचार भी अवश्य लिखिए। धन्यवाद 🙏



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