Month: November 2019

तुम्हारे बिन है ज़िन्दगी ऐसे – राजुल

  तुम्हारे बिन है ज़िन्दगी ऐसे   तुम्हारे बिन है ज़िन्दगी ऐसे कोई सीलन भरा हो घर जैसे जहाँ न...

ओ अरण्य के सुन्दर सपने ! – राजुल

  ओ अरण्य के सुन्दर सपने ! ओ अरण्य के सुन्दर सपने!  निधि जीवन की - लक्ष्य प्राण के !...

सबके चेहरे पे नया चेहरा है – अशोक हमराही

सबके चेहरे पे नया चेहरा है  सबके चेहरे पे नया चेहरा है हर कदम पर घिरा अंधेरा है   मुद्दतों...

कलम के जादूगर मुंशी प्रेमचंद- –  राजुल 

कलम के जादूगर मुंशी प्रेमचंद -  राजुल    कलम के जादूगर मुंशी प्रेमचंद ने अपनी जिंदगी में समाज की तमाम...

तुम आओ ना – दिव्या त्रिवेदी

  तुम आओ ना हूं खड़ी बेजान बुत सी, तुम जान बन के आओ ना। हूं अनुत्तरित प्रश्नावली मैं, तुम...

बुद्ध का बुद्धत्व – दिव्या त्रिवेदी

बुद्ध का बुद्धत्व   वास्तव में बुद्ध से पहले यशोधरा बुद्ध हो गई थीं, जिस दिन बुद्ध लौट कर आए...