Month: January 2020

बालकनी की चिड़िया – दिव्या त्रिवेदी

  बालकनी की चिड़िया   सुनो तुम्हारी बालकनी में हर सुबह रोज एक चिड़िया आती है ना कोई गीत गा...

इंसाफ़ मांगती एक स्त्री – रीमा मिश्रा

    लघुकथा यह कहानी मेरी एक सहकर्मी रह चुकी लड़की के जीवन की व्यथा पर आधारित है और जहाँ...

दुआ क्या और उनकी बद्दुआ क्या  – राजुल

  दुआ क्या और उनकी बद्दुआ क्या    दुआ क्या और उनकी बद्दुआ क्या  जो रिश्ता ही नहीं उसका गिला...

लघुकथा : लड़की पैदा हुई है – रीमा मिश्रा

  लघुकथा लड़की पैदा हुई है   'लड़की हुई है?' देव ने पूछा वीणा को इसी प्रश्न की उम्मीद थी,...

सफ़र….हम लड़कियों का – रीमा मिश्रा

सफ़र....हम लड़कियों का   हम लड़कियों की ज़िंदगी की सबसे बड़ी मुश्किल उसकी शादी होती है। एक लड़की जो पिछले...

प्राणमय एक मूर्त हूं – दिव्या त्रिवेदी

प्राणमय एक मूर्त हूं ना इश्क़ की नब्ज़ हूं l ना मुहब्बतों का लब्ज़ हूं ll ना अब्र हूं मैं...