Year: 2020

कवि: कन्हैया साहू ‘अमित

मधुमालती छंदाधारित गीत…मेरा गाँव सच स्वर्ग सा, आयाम है। सबसे कहूँ, वह ग्राम है। पथ पर जहाँ, घन छाँव है।...

उम्मीद की छाँव में – पूनम तिवारी

उम्मीद की छाँव में हाथ में पकड़ी डिग्रियों की फाइल, जिसे सुबह से थामे-थामे हाथ अकड़ चुके थे अचानक ही...

पुस्तक समीक्षा : कुछ तो बचा है

जीवन्तता का उत्कर्ष : कुछ तो बचा है कृतिकार - डॉ अमिता दुबे समीक्षक - ओम नीरव       आज कविता...

बालकहानी : मुखिया का चुनाव – शशांक मिश्र भारती

                           नंदन वन गोमती नदी के किनारे स्थित था। वहां सेमल आम , जामुन , बरगद आदि के...

कवयित्री: अपर्णा दीक्षित

तिलचट्टा वो किताबों की अलमारी से निकलकर तेजी से रसोई घर की तरफ भाग गया तिलचट्टा है सरकार, जब सब...

लुप्त-सुप्त विधाओं की महिमा (५)

आज हम "त्रिवेणी -विधा" लेकर आये हैं। उपन्यास, कहानी, कविता, ग़ज़ल, नज़्म इन सब से इतर गुलज़ार साहब ने अपनी...

संस्मरण :पूर्व का रोम गोवा

लेखिका: संतोष श्रीवास्तव नवम्बर का सुहावना महीना मैं लेखिका प्रमिला वर्मा के साथ ट्रेन से गोवा के सफर पर हूं।...

कहानी: जंग जिंदगी की

 ​ रात के ढाई बजे थे, पर उनसठ वर्षीय डॉ. अनूप माहेश्वरी की आँखों में नींद नहीं थी | उनके मन में उथल-पुथल सी मची हुई थी | वे...

कवयित्री: सुमन बाजपेयी

यादों की गंध आज पुरानी यादों के सारे लिफाफे खोल डाले कुछ खत मिले कुछ तसवीरें उन तसवीरों में अपने...