बापू तुम्हें प्रणाम
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की आज जयंती है. गांधी जी पूरी दुनिया में सत्य और अहिंसा के पुजारी के रूप में जाने जाते हैं. अहिंसा के बल पर देश को अंग्रेज़ों के शासन से आज़ाद कराने वाले बापू ने देश में शांति बनाए रखने के लिए क्या कुछ नहीं किया. कोई उन्हें बापू कहता है… कोई महात्मा … तो कोई अहिंसा के पुजारी। राष्ट्रपिता के रूप में आज भी वे दुनिया भर में विख्यात हैं। सभी उन्हें अहिंसावादी आचरण और अपनी वचनबद्धता के लिए याद करते हैं ।
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर सम्पूर्ण राष्ट्र उन्हें अत्यंत श्रृद्धा के साथ नमन करता है…प्रणाम करता है 🙏
हे युग सृष्टा हे युग दृष्टा बारम्बार प्रणाम
हे युग सृष्टा हे युग दृष्टा बारम्बार प्रणाम
गूंज रहा है सारे जग में एक तुम्हारा नाम
बापू तुम्हें प्रणाम
सागर से टकरा के भी न बिखरना तुमने सिखलाया
लहरों की तरह बढ़ते रहना तुमने बतलाया
देश की ख़ातिर तुमने अपना सब कुछ है बलिदान किया
देकर सबको अमृत तुमने ख़ुद ही है विषपान किया
मानवता के रखवाले, बापू तुम्हें प्रणाम
मिलजुल कर रहने की सीख हमने तुमसे है पायी
जीवन को सच की राह तुमने दिखलायी
लाख बिछे थे कांटे पथ में पर न कभी तुम घबराये
आज़ादी की बांह पकड़कर तुम मंज़िल तक ले आये
अपनी धुन के मतवाले, बापू तुम्हें प्रणाम
- अशोक हमराही
बापू तुम्हें प्रणाम
🙏🏻🙏🏻
बहुत सुंदर श्रद्धांजलि दी है आपने
नमन
बहुत सुंदर रचना है। बधाई और शुभकामनाएं।
बहुत बहुत शुक्रिया प्रमिला दीदी ।आपका आशीर्वाद यूँ ही मिलता रहे ।
Fantastic assessment congratulations
बापू को नमन ।बहुत सुंदर रचना बापू को समर्पित ।