सखी री अभी घर से न निकला करो : गायिका – कामिनी मिश्रा, यामिनी पाण्डेय
21 दिन 21 गाने
गीत संख्या – 4
सखी री अभी घर से न निकला करो
सखी री अभी घर से न निकला करो
सखी री अभी कुछ दिन घर में रहो
न सुधरें जब तक ये हालात
रहो तुम घर वालों के साथ
ये वादा हमसे आज करो
सखी री अभी घर से न निकला करो
सखी री अभी कुछ दिन घर में रहो …
शौक करो पूरे अपने घर में तुम नाचो गाओ
वक़्त मिला है जो सखियों यूँ ही ना उसे गवाओ
ब्यूटी पार्लर नहीं तो क्या घर में ही सजो संवर लो
मनचाहे हर काम करो बाँहों में ख़ुशियाँ भर लो
न होतीं हैं हम कभी निराश
यही है हम सखियों में ख़ास
फ़ोन पर मन की बात कहो
सखी री पर कुछ दिन घर में रहो …..
अभी संभलकर नहीं रहेंगे तो होगा पछताना
अभी समय है सोच समझकर बाहर कदम बढ़ाना
आने वाले कल की खातिर हमें ये करना होगा
घर में रहकर ही अपने दुश्मन से लड़ना होगा
अभी है बस कुछ दिन की बात
रहेंगे फिर से हम सब साथ
अभी थोड़ा इंतिज़ार करो
सखी री अभी कुछ दिन घर में रहो …..
- गीतकार – अशोक हमराही
21 Din 21 Gane : Ghar par rahen – Ghar par sunen’ Song No. 04
Sakhi ri abhi kuchh din ghar mein raho … Singers : Kamini Mishra & Yamini Pandey Lyrics : Ashok Hamrahi Music : Kewal Kumar
कामिनी यामिनी दोनों बहने गायिका हैं जिन्होंने संगीत की हर विधा में अपने गायन की प्रतिभा का परिचय देने की कोशिश सदैव किया है दोनों बहनें एक साथ मंच पर कार्यक्रम करतीं हैं भजन ग़ज़ल गीत लोकसंगीत अवधि तथा पूर्वी में गुरु जनो द्वारा अनुभव प्राप्त
आकाशवाणी तथा दूरदर्शन से मान्यता प्राप्त बी high कलाकार । उत्तर प्रदेश के अनेक महोत्सवों में सफल कार्यक्रम का अनुभव