दुःख हरत महादेव : गायक – डॉ शरद मणि त्रिपाठी
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गीत संख्या – 30
दुःख हरत महादेव
दुःख हरत महादेव
कष्ट हरत महादेव
भक्तों की पीर को
दूर करत महादेव
शीश सोहे जटा जूट
कंठ सोहे कालकूट
रोग ताप जाए छूट
हर तिलिस्म जाए टूट
शोभित मां गौरी संग
मस्तक पर अर्ध चंद्र
शीश गंग की तरंग
भस्म सोहे अंग अंग
- गीतकार – अशोक हमराही
Ghar Par Rahen Ghar Par Sunen Song No. 30 Dukh harat mahadev …;(With “Mahamrityunjay Mantra”) Raag Shankara राग शंकरा : Ek Taal एक ताल Singer : Dr Sharad Mani Tripathi Lyrics : Ashok Hamrahi Music : Kewal Kumar
डॉ शरद मणि त्रिपाठी (गोरखपुर) वनस्पति विज्ञान में पीएचडी और गायन में संगीत प्रवीण डॉ शरद मणि त्रिपाठी को संगीत की शिक्षा अपने पिता गुरु संगीत मनीषी पं० राम नारायण मणि त्रिपाठी “सरसरंग” जी से प्राप्त हुई। श्री केवल कुमार जी की प्रेरणा से 1968 से आकाशवाणी लखनऊ से अनुमोदित कलाकार के रूप में प्रसारण। सम्प्रति AIR के A ग्रेड गायक एवं ग्रेड 1 संगीत संयोजक हैं। देश के विभिन्न शहरों में गायन और कार्यशालाओं में प्रशिक्षण। “सरसरंग रचनांजलि” पुस्तक का लेखन, प्रकाशन एवं उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी के सदस्य के रूप में योगदान। शास्त्रीय और उपशास्त्रीय गायन में भी डॉ शरद मणि त्रिपाठी का संगीत जगत को विशेष स्थान है। राग शंकरा में उनकी गायी ये रचना एक ताल में निबद्ध है।