नासमझी से लॉकआउट नाकाम न करो : डॉ अंजू भारती
घर पर रहें : घर पर सुनें : हर दिन नए गाने
गीत संख्या – 59
नासमझी से लॉकआउट नाकाम न करो
देखो भाइयों बहनों तुम ये काम न करो
नासमझी से लॉकआउट नाकाम न करो
नाकाम न करो
दौड़ धूप में भीड़ भाड़ को कोसा करते हो
अब सुकून से घर में हो तो रोया करते हो
घर में रहकर ही अपने सब काम अब करो
नासमझी से लॉकआउट नाकाम न करो नाकाम न करो
जीवन ही जब नहीं रहेगा फिर क्या पाओगे
क्या हो जाएगा गर घर में कुछ दिन रह लोगे
समझ बूझ कर इसको कामयाब अब करो
नासमझी से लॉकआउट नाकाम न करो नाकाम न करो
छोड़ छाड़ घर बार सभी डॉक्टर हैं हमें बचाते
और हम अपने जीवन का ख़ुद ही हैं दांव लगाते
दुनिया को कोरोना से आज़ाद अब करो
नासमझी से लॉकआउट नाकाम न करो नाकाम न करो
- गीतकार – अशोक हमराही
Ghar Par Rahen Ghar Par Sunen Song 59 Dekho bhaiyon bahnon tum ye kaam n karo Singer – Dr Anju Bharti Lyricist : Ashok Hamrahi Music Director : Kewal Kumar
डाॕ अन्जू भारती ने संगीत की प्रारम्भिक शिक्षा भातखण्डे संगीत विश्वविद्यायल लखनऊ से प्राप्त की| संगीत की बारीकियां उन्होंने श्रीमती अल्का श्रीवास्तव, पं.धर्मनाथ मिश्र और पं. सिद्धनाथ मिश्र से सीखी| तत्पश्चात दिल्ली में रहते हुए उन्हें बनारस घराने की श्रेष्ठ ठुमरी सम्राज्ञी विदुषी श्रीमती सविता देवी जी से तीन वर्ष तक सीखने का अवसर मिला| वह आकाशवाणी की बी-हाई ग्रेड कलाकार हैं|