घर पर रहें : घर पर सुनें : हर दिन नए गाने

गीत संख्या – 76

नाही पड़े मोहे चैन

नाही पड़े मोहे चैन हो

हम परदेस में देस में सजनी

नाही पड़े मोहे चैन

कैसे मिलें अभी मुश्किल बड़ी है

अभी तो मिलन की दूर घड़ी है

चंदा की छांव में

बिरहा के गांव में

कटती हैं मोरी रैन

नाही पड़े मोहे चैन

यादों में उनकी महकते रहें हम

ख़यालों में मिलते बिछड़ते रहें हम

नहीं पास हैं वो

मगर साथ हैं वो

न ये बात समझेंगे नैन

नाही पड़े मोहे चैन

  • गीतकार – अशोक हमराही

Ghar Par Rahen Ghar Par Sunen Song 76 Nahi pade mohe chain Raag – Sindh Bhairavi : Taal Keherwa. Singer – Dr Meelu Varma Lyricist : Ashok Hamrahi Music Director : Kewal Kumar

डा. मीलू वर्मा ने प्रारंभिक शिक्षा गोरखपुर शहर में प. राम नारायण मणि त्रिपाठी जी और सैनी घराने की श्रीमती नरगिस वारसी से प्राप्त की तदोपरान्त मुम्बई में प. रघुनाथ सेठ और श्री सुरेश वाडकर जी से सीखने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। विगत कई वर्षों से वह बनारस घराने की प्रसिद्ध ठुमरी गायिका विदुषी सविता देवी से और दिल्ली के शीर्ष ग्रेड के संगीत निर्देशक पं. मोहिंदर सरीन जी से सीख रही हैं। उन्होंने कई प्रतिष्ठित कार्यक्रमों में ठुमरी गायकी प्रस्तुत किया हैं और ऑल इंडिया रेडियो दिल्ली से ए ग्रेड की कलाकारा हैं। हाल ही में उन्हे सम संगीत संगठन द्वारा संगीत रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया गया था और 2018 में पीईएस के विशिष्ट महिला अचीवर्स अवार्ड का गौरव भी प्राप्त है। मीलू ने गोरखपुर यूनिवर्सिटी में कीट विज्ञान(परास्नातक) में गोल्ड मेडल प्राप्त किया एवं विष विज्ञान में शोध कार्य संपन्न किया ।



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