आत्मकथा : मेरे घर आना ज़िन्दगी (34)
स्टोरी मिरर से मिलने वाले पुरस्कार की बात धीरे-धीरे फैल रही थी। मुंबई की साहित्यिक संस्थाओं द्वारा मेरे सम्मान में...
स्टोरी मिरर से मिलने वाले पुरस्कार की बात धीरे-धीरे फैल रही थी। मुंबई की साहित्यिक संस्थाओं द्वारा मेरे सम्मान में...
मुंबई की बारिश जितनी खूबसूरत होती है उतनी ही डराती भी है। महानगर को पानी पानी होते देर नहीं लगती।...
किसी से मिलना बातें करना,बातें करना अच्छा लगता है। लेकिन ज़िंदगी इतनी आसान कहाँ! वह तो वीराने में फैला हुआ...
कुछ देश ऐसे रहे जो मेरी भ्रमण लिस्ट में कहीं फीके फीके से अंकित थे। ऐसा ही था श्रीलंका। पर...
जगदलपुर बस्तर से आमंत्रण था। कादम्बरी संस्था की मोहनी ठाकुर और उर्मिला आचार्य ने मेरे लिए एक सम्मेलन आयोजित किया...
मध्यप्रदेश में जबलपुर मेरी जन्मभूमि है। मेरी स्मृतियों के कोष छलछल बहती नर्मदा ,सतपुड़ा के घने जंगल और विंध्याचल की...
मुंबई में बारिश का मौसम चल रहा था। इंदौर से कृष्णा अग्निहोत्री जी की घबराई हुई आवाज " अरे संतोष...
जब राजस्थानी सेवा संघ की स्वर्ण जयंती भाईदास हॉल में मनाई जा रही थी तब माया गोविंद और गोविंद जी...
वर्ष 2015 में मेरे साहित्य पर केंद्रित दो विशेषांक निकले। विकेश निझावन के संपादन में अंबाला से निकलने वाली त्रैमासिक...
नौकरी छोड़ दी थी और मेरे पास समय ही समय था ।हालांकि यूनिवर्सिटी से जुड़ाव बना रहा। हफ्ते में दो...