Kavi Aur Kavita – Dr Roma Smart Joseph
ये जो तबस्सुम है
तबस्सुम भी एक शादाबी का निशाँ होती है,
कभी मौजूं-ए-गुफ़्तगू, कभी दिल का सामां होती है I
मोहब्बत की तम्हीद तबस्सुम से बयां होती है,
तकल्लुम और तग़ाफुल में भी तबस्सुम अयाँ होती है I
तबस्सुम से ज़िन्दगी संवरी सी नज़र आती है,
वर्ना हर शय मुन्तशिर सी बिखर जाती है I
इसलिए गुजारिश है रखिये हल्की सी तबस्सुम की लकीर,
क्योंकि तबस्सुम के बिना है “आला” भी फ़क़ीर I
सपना था वो टूट गया
क्या खोया और क्या पाया है,
सब कुछ अब मैं भूल गई,
जब जागी तो मैंने पाया,
माला सपनों की टूट गई I
दुःख की क़ीमत कोई क्या जाने,
आँसू को कोई समझे क्या,
दिल माटी का एक खिलौना,
खेला और फिर टूट गया I
कोई यहाँ अब क्यों आएगा,
मन तू ज़िद क्यूँ करता है,
नदियां जब सागर में मिल गई,
सब से नाता टूट गया I
सब कुछ पहले जैसा ही है,
अंतर तो बस इतना है,
अबकी पतझड़ ऐसा आया,
सावन मेरा छीन लिया I
साहस कुछ दिन आया तो था,
लेकिन बिलकुल कुछ ऐसे,
जैसे सागर का जल बढ़कर,
फिर पीछे ही लौट गया I
छाया तो मैंने देखी थी,
न मालूम वो किसकी थी,
कोई तो मेरे घर तक आया,
आकर फिर क्यों लौट गया I
जहाँ रोशनी ख़त्म न हो
मुझे गुलशन में गुल, और बाग़ों में, हरसूं बहार चाहिए,
जिसे बिजलियाँ न जला सकें मुझे आशियाँ वो चाहिए I
कभी सह लिया, कभी पी गए, कभी मर गए, कभी जी लिए,
मुझे बेवफ़ा से काम क्या, मुझे बावफ़ा कोई चाहिए I
मुझे इस तरह से न छोड़ तू, के न मिले कभी निशाँ कोई,
जो न उजड़ सके कभी बयार से, मुझे वो दयार चाहिए I
जहां न दर्द हो, न टीस हो, न बेकसी, अलम न हो,
जहां रोशनी ख़त्म न हो, मुझे वो मक़ाम चाहिए I
कभी पा लिया, कभी खो दिया, ये अज़ाब ज़िन्दगी का है,
जो हर किसी को मिल सके, मुझे वो सवाब चाहिए I
डॉ. रोमा स्मार्ट जोज़फ अध्यापिका होने के साथ – साथ
जानी मानी RJ और सामाजिक कार्यकर्ता हैं.
उनके लेखन में सरल और सहज भावाभिव्यक्ति है,
जो अनायास ही मन को छू जाती है.
Hi Di congratulations May God bless you. …. you are an inspiration. …
A good and meaningful collection of poems maam. Happy to read and enjoy poetry. Congratulations maam.
हृदयस्पर्शीभावाभिव्यक्ति
Very beautiful words said beautifully
Great work maam
Beautiful Expression !
Great maam ..
Very nice ma’am 👍👍👍😇
Yours is a versatile personality dear Roma . I know you from our college days . U were always at the forefront n among d favourites of not only teachers but batch mates too .. It is u who makes us proudly announce we belong to Roma’s batch
Heart touching poems 🙂
Wonderful work.
Heart touching compositions.Well done.Keep it up Roma.