कुछ तो है मेरे तुम्हारे बीच
कुछ तो है मेरे तुम्हारे बीच' कुछ तो है मेरे तुम्हारे बीच वो मुलाकातों का दौर जो कभी आया ही...
कुछ तो है मेरे तुम्हारे बीच' कुछ तो है मेरे तुम्हारे बीच वो मुलाकातों का दौर जो कभी आया ही...
तुझमें साँस लेती हूँ मैं तुझसे बिछुड़कर भी तुझमें साँस लेती हूँ मैं होंठों पर तेरा नाम बार बार लेती...
निःशब्द से तुम, शब्द सी मैं निःशब्द से तुम, शब्द सी मैं ख़ामोश से तुम, चीखती सी मैं हवा से...