laddakh

संस्मरण:दर्रों की घाटी लद्दाख

लेखिका संतोष श्रीवास्तव अक्टूबर का खुशनुमा महीना और श्रीनगर से कारगिल की ओर रवाना होती हमारी मिनी बस ।बड़ा ही...