कवयित्री:सरस दरबारी
शीशा एक अंतराल के बाद देखा… मांग के करीब सफेदी उभर आई है आँखें गहरा गयी हैं, दिखाई भी कम...
शीशा एक अंतराल के बाद देखा… मांग के करीब सफेदी उभर आई है आँखें गहरा गयी हैं, दिखाई भी कम...
सृजन गाथा छत्तीसगढ़ द्वारा आयोजित पांचवें अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में मुझे साहित्य एवं पत्रकारिता के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने हेतु...