कवि और कविता काव्य / गीत - ग़ज़ल हिन्दी है लबों ने, मौन धारा : दिव्या त्रिवेदी ashokhamrahi 15th October 2019 5 है लबों ने, मौन धारा है लबों ने, मौन धारा मौन मुखरित हो गया है कर लिया करती हैं... Read More