कवि और कविता काव्य / गीत - ग़ज़ल हिन्दी डर … दहशत … ख़ौफ़ – राजुल ashokhamrahi 8th January 2020 5 डर ... दहशत ... ख़ौफ़ डर ... दहशत ... ख़ौफ़ सिर्फ़ मन की कमज़ोरी है - कायरता है... Read MoreRead more about डर … दहशत … ख़ौफ़ – राजुल