कहानी: पीहू अकेली है
कथाकार: सुधा जुगरान पीहू के कॉलेज की छुट्टी थी. छुट्टी के दिन पढ़ाई करके, अलसा कर वह शाम को...
कथाकार: सुधा जुगरान पीहू के कॉलेज की छुट्टी थी. छुट्टी के दिन पढ़ाई करके, अलसा कर वह शाम को...
हारी हूं मैं.. हारी हूं मैं.. हां देख लो तुम आज हारी हूं मैं तुमसे, तुम्हारे प्रेम से सहज...
कुछ तो है मेरे तुम्हारे बीच' कुछ तो है मेरे तुम्हारे बीच वो मुलाकातों का दौर जो कभी आया ही...
निःशब्द से तुम, शब्द सी मैं निःशब्द से तुम, शब्द सी मैं ख़ामोश से तुम, चीखती सी मैं हवा से...