कवि और कविता काव्य / गीत - ग़ज़ल हिन्दी ज़िन्दगी कुछ कुछ ख़फ़ा है – ज्योति ashokhamrahi 11th October 2019 1 ज़िन्दगी कुछ कुछ ख़फ़ा है ज़ख्म देने वालो की कमी नही रही , अपना लिया हर ज़ख्म एक... Read MoreRead more about ज़िन्दगी कुछ कुछ ख़फ़ा है – ज्योति