दिल के रिश्तों को, अजनबी होते देखा है – दिव्या त्रिवेदी
दिल के रिश्तों को, अजनबी होते देखा है सब बदलते देखा है, छलते देखा है, दिल के रिश्तों...
दिल के रिश्तों को, अजनबी होते देखा है सब बदलते देखा है, छलते देखा है, दिल के रिश्तों...
ब्रेक अप स्टोरी पांच सालों का संबंध टूट गया मुंबई में ’कालेज फ़ेस्ट’ का मौसम ज़ोरों से चल रहा था।...
सन्मार्ग पर है वह वह भटकेगा नहीं, थकेगा नहीं डिगेगा नहीं, डरेगा भी नहीं आतताइयों को जीतकर निकला है चिंतित...
जो दिल के आईने में सच न देख पायेगा जो दिल के आईने में सच न देख पायेगा ...