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दिल के रिश्तों को, अजनबी होते देखा है – दिव्या त्रिवेदी

  दिल के रिश्तों को, अजनबी होते देखा है   सब बदलते देखा है, छलते देखा है, दिल के रिश्तों...

मुझे गोद ले लो रिटायर हूँ मैं – प्रमिला भारती

अंतरराष्ट्रीय वृद्ध दिवस 1 अक्टूबर  The International Day of Older Persons    अंतरराष्ट्रीय वृद्ध दिवस याद दिलाता है कि हम वृद्धजनों...

निकला करता है रातों में ख़्वाब बेचने सौदागर – ज्योति ‘किरण’ सिन्हा

निकला करता है रातों में  ख़्वाब बेचने सौदागर निकला करता है रातों में  ख़्वाब बेचने सौदागर झोली में भर कर...

ज़िंदगी की चौसर में समय की गिरती कौड़ियां – ज्योति ‘किरण’ सिन्हा

ज़िंदगी की चौसर में समय की गिरती कौड़ियां ज़िंदगी की चौसर में समय की गिरती कौड़ियां साँसें हैं सब दांव...

ज़िंदगी ले आई है ये किसके सामने मुझे – ज्योति ‘किरण’ सिन्हा

ज़िंदगी ले आई है ये किसके सामने मुझे ज़िंदगी ले आई है ये किसके सामने मुझे लग रहे हैं झूठे...

उम्र भर हम हादसों की धूप में जलते रहे – ज्योति ‘किरण’ सिन्हा

उम्र भर हम हादसों की धूप में जलते रहे उम्र भर हम हादसों की धूप में जलते रहे तूने जिन...

जय जयवंती माँ भारती : दीपा देसाई

जय जयवंती माँ भारती  हम हिंदुस्तानी देश हमारा जानसे प्यारा आज़ादी का बुलंद नारा जयजयवंती मॉ भारती जयजयवंती मॉ भारती...