बहुत डरावै बहुत धमकावै… गायक – राकेश श्रीवास्तव
21 दिन 21 गाने
“घर पर रहें – घर पर सुनें”
हर रोज़ नए गाने
गीत संख्या – 18
बहुत डरावै बहुत धमकावै…
बहुत डरावे बहुत धमकावे
कोरोना वैरास्वा अरे बहुत डरावे
मुंह भी ढके रहूं
दूर रहूं सबसे
बार बार हाथ धोवूं
निकलूं न घर से
फिर भी ये जुलमी बाज न अावे
कोरोना वैरास्वा अरे बहुत डरावे
बहुत डरावे बहुत धमकावे
कोरोना वैरास्वा अरे बहुत डरावे
जाने कहां से आया
जाएगा कब ये
घूम रहा है ई तो
सगरे जगत में
जल्दी से ई का कोई हियां से भगावै
कोरोना वैरास्वा अरे बहुत डरावे
बहुत डरावे बहुत धमकावे
कोरोना वैरास्वा अरे बहुत डरावे
– अशोक हमराही
45.
दुर्गा महारानी – दुर्गा महारानी
दुखियों के सारे दुःख हर लो कल्याणी
रोग शोक ताप हरो
जग का संताप हरो
मन में विश्वास भरो
हे मां भवानी
दुखियों के सारे दुःख हर लो कल्याणी
भ्रम के बादल छाए
तुम्हरी शरण आए
करुणा घट छलका दो
अब मां कल्याणी दुखियों के सारे दुःख हर लो कल्याणी
गायक – राकेश श्रीवास्तव
म्यूज़िक अरेंजर – कन्हैया श्रीवास्तव
संगीतकार – केवल कुमार
गीतकार – अशोक हमराही
राकेश श्रीवास्तव आकाशवाणी और दूरदर्शन के ‘ ए’ ग्रेड भोजपुरी गायक है। उत्तर प्रदेश और बिहार सहित देश – विदेश में शोहरत हासिल करने वाले राकेश श्रीवास्तव भोजपुरी कोकिला स्वर्गीय श्रीमती मैनावती देवी श्रीवास्तव के पुत्र हैं।
राकेश श्रीवास्तव का पारंपरिक लोक गायन शैली में विशेष स्थान है।
सीमित साधनों में इस गीत को उन्होंने अपने अंदाज़ में बेहतर ढंग से गाया है…ज़रूर सुनिए … पसंद आए तो Like करें …… Share करें …..और अपने विचार भी अवश्य लिखें।
धन्यवाद
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