गीत – कोरोना ने हाय राम बड़ा दुःख दीना…गायक – पं. धर्म नाथ मिश्र
घर पर रहें – घर पर सुनें
“हर रोज़ नए गाने”
गीत संख्या – 20
गीत – कोरोना ने हाय राम बड़ा दुःख दीना…
राग किरवानी
ताल कहरवा
कोरोना ने हाय राम बड़ा दुःख दीन्हा
बड़ा दुःख दीना हाय बड़ा दुःख दीन्हा
कोरोना ने हाय राम बड़ा दुःख दीन्हा
कुदरत की ये अजब है माया
जीव रहा इसमें भरमाया
कभी धूप तो कभी है छाया
कोई इसको समझ न पाया
अब ना जाने ये कोरोना, कहां से आया, राम जी, बड़ा दुःख दीन्हा
कोरोना ने हाय राम बड़ा दुःख दीन्हा
बड़ा दुःख दीना हाय बड़ा दुःख दीन्हा
कोरोना ने हाय राम बड़ा दुःख दीन्हा
घर से बाहर निकल न पाएं
किसी से कोई मिल न पाएं
कैसे भी अब कल न पाएं
इसका कोई हल नहीं पाएं
कोरोना का जुलुम दिन दिन बढ़ता जाए, राम जी
बड़ा दुःख दीन्हा
कोरोना ने हाय राम बड़ा दुःख दीन्हा
बड़ा दुःख दीना हाय बड़ा दुःख दीन्हा
कोरोना ने हाय राम बड़ा दुःख दीन्हा
गायक – पं. धर्म नाथ मिश्र
तबला संगत – आनंद मिश्र
संगीतकार – केवल कुमार
गीतकार – अशोक हमराही
पंडित धर्म नाथ मिश्र संगीत जगत का एक जाना पहचाना नाम है। बनारस घराने के सुविख्यात संगीतज्ञ पं. धर्म नाथ मिश्र को हिन्दुस्तानी शास्त्रीय संगीत, उपशास्त्रीय संगीत, सुगम संगीत आदि विधाओं में महारत हासिल है। अनेक पुरस्कारों से सम्मानित पं. धर्म नाथ मिश्र ने इस संगीत महायज्ञ में आशीर्वाद स्वरूप ये गीत घर पर रेकॉर्ड किया है.. . पसंद आए तो Like करें …… Share करें …..और अपने विचार भी अवश्य लिखें।
धन्यवाद
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Superbe blog, qui transpire la passion à l’état pur…