आज फिर संकट में धरती है प्रभु : गायिका – रत्ना चटर्जी
घर पर रहें : घर पर सुनें : हर दिन नए गाने
गीत संख्या – 32
आज फिर संकट में धरती है प्रभु
*जब जब धरती पर हुआ है अधर्म बलवान
तब तब इस भूलोक पर प्रगट हुए भगवान*
आज फिर संकट में धरती है प्रभु
आज फिर सन्तप्त धरती है प्रभु
प्राणियों में शोक है
बुझ गया आलोक है
रुक गयी जीवन की धारा
दुःखी पृथ्वीलोक है
रोग से अभिशप्त धरती है प्रभु
आज फिर सन्तप्त धरती है प्रभु
आज फिर संकट में धरती है प्रभु
आज फिर सन्तप्त धरती है प्रभु
अब प्रभु अवतार लो
जगत को आधार दो
अब नहीं देरी करो
धरा को अब तार दो
कब से तुम्हरी राह तकती है प्रभु
आज फिर सन्तप्त धरती है प्रभु
आज फिर संकट में धरती है प्रभु
आज फिर सन्तप्त धरती है प्रभु
- गीतकार – अशोक हमराही
Ghar Par Rahen Ghar Par Sunen Song no. 32 Aaj phir sankat mein dharti hai prabhu .. Singer : Ratna Chatterjee Lyrics : Ashok Hamrahi Music : Kewal Kumar
Ratna Chatterjee had started her training in music under *Smt Aruna Basu* and *Vidushi Gopa Kanjilal* and later completed her voice training under *Acharya Jayanta Bose*. Academically,she had done *Masters* in *Classical Music* from *Rabindra Bharati University Kolkata* in the year 2000 and completed her *Diploma* course in *Light Music* from *Bhatkhande Music Institute of Lucknow* under the supervision of *Guru Kewal Kumar*.She participated in many musical events in Lucknow under him during 2005-2008 ..