“घर पर रहें – घर पर सुनें” : डॉ शरद मणि त्रिपाठी
21 दिन 21 गाने
“घर पर रहें – घर पर सुनें”
गीत संख्या : 5
गीत – कोरोना जा जा रे जा…
राग – बृंदाबनी सारंग
तीन ताल में निबद्ध
गीत
कोरोना जा रे जा रे जा रे जा
कोरोना जा रे जा रे जा रे जा
जहां से आया, वहीं जा, जा रे जा, जा रे जा
कोरोना जा रे जा रे जा रे जा
बहुत सताया, बहुत रुलाया
काहे को आया, समझ न पाया
तुम्हरा न कोई काम यहां
कोरोना जा रे जा रेे जा रे जा
कोरोना जा रे जा रेे जा रे जा
जहां से आया, वहीं जा, जा रे जा, जा रे जा
कोरोना जा रे जा रेे जा रे जा
दुनिया है ये इंसानों की
तुम जैसे नहीं हैवानों की
जा अपने देश तू जा
कोरोना जा रे जा रेे जा रे जा
कोरोना जा रे जा रेे जा रे जा
जहां से आया, वहीं जा, जा रे जा, जा रे जा
कोरोना जा रे जा रेे जा रे जा
– अशोक हमराही
गायक – डॉ शरद मणि त्रिपाठी
संगीत – केवल कुमार
गीत – अशोक हमराही