21 दिन 21 गाने

गीत संख्या – 17

धीरज नहीं खोना सुन ले रे बंदे

धीरज नहीं खोना सुन ले रे बंदे

निराश नहीं होना सुन ले रे बंदे

लाख दुखों के बादल घेरे

अंधियारे हों कितने घनेरे

साहस नहीं खोना, सुन ले रे बंदे

दुःख के बादल हट जाएंगे

अंधियारे भी छंट जाएंगे

भरोसा नहीं खोना ,सुन ले रे बंदे

  • गीतकार – अशोक हमराही

21 Din 21 Gane : Ghar par rahen – Ghar par sunen’ Song No 17 Dheeraj nahin khona . Singer : Manjusha Mishra Lyrics : Ashok Hamrahi Music : Kewal Kumar Sitar : Dr Naveen Mishra Tabla : Master Sankalp Mishra Music arranger : Dr Naveen Mishra

सुश्री मंजूषा मिश्रा (शास्त्रीय एवं उपशास्त्रीय गायिका, लखनऊ) बनारस घराने से संबंध रखने वाली मंजूषा जी ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा अपनी माता श्रीमती शशि मिश्रा एवं बाद में अपने मामा बनारस घराने के ख्याति प्राप्त गायक मिश्र बंधु जी से प्राप्त की। आपने देश के अनेक प्रतिष्ठित समारोहों के साथ विदेशों में भी इटली, फ्रांस, जर्मनी, दुबई आदि देशों में अपना सफल कार्यक्रम प्रस्तुत किया है। आप आकाशवाणी एवं दूरदर्शन की अनुमोदित कलाकार हैं। डॉ० नवीन मिश्रा (सितार वादक,लखनऊ) बनारस घराने के प्रतिनिधि कलाकार सितार वादक नवीन मिश्रा जी आज किसी परिचय के मोहताज नहीं है।आपने सितार वादन की प्रारंभिक शिक्षा अपने पिता पंडित सिद्ध नाथ मिश्रा जी तत्पश्चात अपने बड़े पिता स्वर्गीय पंडित अमरनाथ मिश्रा जी से प्राप्त किया। आपने देश के अनेक प्रतिष्ठित समारोहों के साथ विदेशों में भी अमेरिका, लंदन,यूरोप थाईलैंड, इजराइल, रशिया,दुबई, श्रीलंका इत्यादि देशों में कार्यक्रम प्रस्तुत करने के साथ अनेक सम्मान एवं पुरस्कार भी प्राप्त किया। मास्टर संकल्प मिश्रा (तबला वादक, लखनऊ) डॉक्टर नवीन मिश्रा एवं मंजूषा मिश्रा जी का सुयोग्य पुत्र संकल्प आज केवल 8 वर्ष की आयु में ही प्रदेश के चर्चित बाल कलाकार के रूप में अपनी पहचान बनाई है। संकल्प ने सितार वादन की शिक्षा अपने पिता एवं गायन की शिक्षा अपनी माता से मात्र 4 वर्ष की आयु से ही प्रारंभ कर दिया था। साथ ही अपने दादा पंडित सिद्ध नाथ मिश्र एवं अपने नाना पंडित रवि नाथ मिश्रा जी से तबला वादन की शिक्षा भी ले रहे हैं।

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