21 दिन 21 गाने

गीत संख्या – 18

हे ब्रह्मा जी जगतपिता हे जग के सिर्जनहार

हे ब्रह्मा जी जगतपिता हे जग के सिर्जनहार

सृष्टि आज संकट में है अब करो कोई उपचार

ज्ञान बुद्धि वेदों के स्वामी

रूप चतुर्भुज अन्तर्यामी

शरण तुम्हारी हम आए हैं

श्रृद्धा भक्ति भाव लाए हैं

त्रिदेवों में नाम तुम्हारा पहले ले संसार

सृष्टि आज संकट में है अब करो कोई उपचार

आदि सृष्टि के तुम निर्माता

तुम ही हो जीवन के दाता

जीव जगत के तुम हो त्राता

एक तुम्हीं हो भाग्य विधाता

तुमसे ही तो है इस जग का अति पावन विस्तार

सृष्टि आज संकट में है अब करो कोई उपचार

  • गीतकार – अशोक हमराही

21 Din 21 Gane : Ghar par rahen – Ghar par sunen’ Song No 18 BrahmaJi ki Stuti : Hey Brahma ji Jagatpita Singer : Dr. Shikha Bhadauriya Lyrics : Ashok Hamrahi Music : Kewal Kumar

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