ज़िन्दगी कुछ कुछ ख़फ़ा है – ज्योति
ज़िन्दगी कुछ कुछ ख़फ़ा है ज़ख्म देने वालो की कमी नही रही , अपना लिया हर ज़ख्म एक...
ज़िन्दगी कुछ कुछ ख़फ़ा है ज़ख्म देने वालो की कमी नही रही , अपना लिया हर ज़ख्म एक...
सर झुका देते हैं जब हम वक़्त के इसरार पे सर झुका देते हैं जब हम वक़्त के इसरार पे...
निकला करता है रातों में ख़्वाब बेचने सौदागर निकला करता है रातों में ख़्वाब बेचने सौदागर झोली में भर कर...
ज़िंदगी की चौसर में समय की गिरती कौड़ियां ज़िंदगी की चौसर में समय की गिरती कौड़ियां साँसें हैं सब दांव...
ज़िंदगी ले आई है ये किसके सामने मुझे ज़िंदगी ले आई है ये किसके सामने मुझे लग रहे हैं झूठे...
उम्र भर हम हादसों की धूप में जलते रहे उम्र भर हम हादसों की धूप में जलते रहे तूने जिन...