निःशब्द से तुम, शब्द सी मैं
निःशब्द से तुम, शब्द सी मैं निःशब्द से तुम, शब्द सी मैं ख़ामोश से तुम, चीखती सी मैं हवा से...
निःशब्द से तुम, शब्द सी मैं निःशब्द से तुम, शब्द सी मैं ख़ामोश से तुम, चीखती सी मैं हवा से...
सभी के हाथ मे ख़ंजर बचे कैसे कहाँ जाएँ सभी के हाथ मे ख़ंजर बचे कैसे कहाँ जाएँ अभी...
अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त कवियित्री "लता श्री" की प्रकाशित काव्य कृति " मीरा " से कुछ छंद सुनिए उन्हीं के स्वर...
स्वातंत्र्य स्वातंत्र्य लाभले आम्हाला स्मरण करितो त्या स्वातंत्र्यवीरांचे नाही फेडू शकत उपकार मातृभूमीसाठी रक्त सांडणा-यांचे प्रत्येक श्वास आहे त्यांचा...
जय जयवंती माँ भारती हम हिंदुस्तानी देश हमारा जानसे प्यारा आज़ादी का बुलंद नारा जयजयवंती मॉ भारती जयजयवंती मॉ भारती...
https://youtu.be/p1I5A7HUYo0 "लता श्री" हिंदी साहित्य की अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त कवियित्री हैं
https://youtu.be/Lpi-wgemnJk
दिन कटा तो रात भी कट जाएगी देखकर बदले हुए नभ को कहीं, हारकर हिम्मत अरे रुकना नहीं,...
ममता की देहरी पर जाने क्यों पहरे ममता की देहरी पर जाने क्यों पहरे, सहमे सिसके हम बस...
माँ डर मुझे बहुत लगता है अब डर मुझे बहुत लगता है । माँ डर मुझे बहुत लगता है ।...