ख़्वाहिश – श्रद्धा थत्ते
ख़्वाहिश मैंने कहा -'' ऐ ज़िन्दगी, बस करना इतनी सी इनायत हर बात में हो सनम और हर...
ख़्वाहिश मैंने कहा -'' ऐ ज़िन्दगी, बस करना इतनी सी इनायत हर बात में हो सनम और हर...
रेशीम गाठ!! हे बंध तुझे - माझे.... असे नाही सुटायचे नाते अपुल्या मधले.... कधी नाही तुटायचे ही आहे रेशीम...
जीवन का सफ़र जीवन जीवन का सफ़र, इस सफ़र में कभी एक वो पड़ाव आता है, जब हम अकेले...
कापुरुष वो पौरुषहीन मन ही मन कुछ सोच रहे थे चुपचाप बैठ कर तात..। देख प्रश्न किया सुता ने, क्या...