जीवन के मधुबन में एक सुमन आपका – अशोक हमराही

3

 

जीवन के मधुबन में एक सुमन आपका

 

जीवन के मधुबन में एक सुमन आपका
महक उठा मन मेरा पाकर शुभकामना

रात को सितारों का साथ मिल गया
भोर को उम्मीदों का हाथ मिल गया
पग-पग वंदन करती मंगल शुभभावना
महक उठा मन मेरा पाकर शुभकामना

प्रेम- स्नेह- आशीष से सजे हुए
पुष्पगुच्छ विविध रंग में रंगे हुए
हर्षित है रोम- रोम मुदित है दिन आज का,
महक उठा मन मेरा पाकर शुभकामना

यही हैं वो दीप जो प्रकाश बांटते हैं
जीवन में खुशियों के फूल टांकते हैं
पथ प्रशस्त करता है यही भाव आपका
महक उठा मन मेरा पाकर शुभकामना

इसी तरह बना रहे सदा स्नेह आपका
भूल हो तो क्षमाशील रहे हृदय आपका
आप सा शुभेक्छु पा के पूर्ण हुई साधना
महक उठा मन मेरा पाकर शुभकामना
धन्यवाद!

– अशोक हमराही

  • पढ़ने के बाद Post के बारे में Comment अवश्य लिखिए .

विशेष :- यदि आपने website को subscribe नहीं किया है तो, कृपया अभी free subscribe करें; जिससे आप हमेशा हमसे जुड़े रहें. ..धन्यवाद!

 

3 thoughts on “जीवन के मधुबन में एक सुमन आपका – अशोक हमराही

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *