स्मृति शेष

गीतकार राजेंद्र कृष्ण – बबिता बसाक

गीतकार राजेन्द्र कृष्ण गीतकार राजेन्द्र कृष्ण, इस नाम से वर्तमान पीढ़ी भले ही अनभिज्ञ हो, परंतु उनकी कलम से निकले...

आचार्य चतुरसेन शास्त्री

स्मृति शेष "मैं गोली हूं. कलमुंहें विधाता ने मुझे जो रूप दिया है, राजा इसका दीवाना था, प्रेमी-पतंगा था. मैं रंगमहल की रोशनी थी. दिन में, रात में, वह मुझे निहारता. कभी चम्पा कहता, कभी चमेली..." उपन्यासकार आचार्य चतुरसेन के उपन्यास 'गोली' की नायिका चम्पा की कही ये बातें उत्सुकता उत्पन्न करती हैं और सिर्फ़ “गोली...