तुम आओ ना – दिव्या त्रिवेदी
तुम आओ ना हूं खड़ी बेजान बुत सी, तुम जान बन के आओ ना। हूं अनुत्तरित प्रश्नावली मैं, तुम...
तुम आओ ना हूं खड़ी बेजान बुत सी, तुम जान बन के आओ ना। हूं अनुत्तरित प्रश्नावली मैं, तुम...
अब मुझे फ़र्क नहीं पड़ता अब मुझे फ़र्क नहीं पड़ता प्यार या मनुहार से नफ़रतों के वार से जीत...
ख़ाली हो तो जर्जर मन के पैबन्दों को सिया करो ख़ाली हो तो जर्जर मन के पैबन्दों को सिया...
है लबों ने, मौन धारा है लबों ने, मौन धारा मौन मुखरित हो गया है कर लिया करती हैं...
ज़िन्दगी कुछ कुछ ख़फ़ा है ज़ख्म देने वालो की कमी नही रही , अपना लिया हर ज़ख्म एक...
सर झुका देते हैं जब हम वक़्त के इसरार पे सर झुका देते हैं जब हम वक़्त के इसरार पे...
और कुछ देर में ये धूप भी ढल जायेगी और कुछ देर में ये धूप भी ढल जायेगी शाम...
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की आज जयंती है. गांधी जी पूरी दुनिया में सत्य और अहिंसा के पुजारी के रूप में...
दिल के रिश्तों को, अजनबी होते देखा है सब बदलते देखा है, छलते देखा है, दिल के रिश्तों...
अंतरराष्ट्रीय वृद्ध दिवस 1 अक्टूबर The International Day of Older Persons अंतरराष्ट्रीय वृद्ध दिवस याद दिलाता है कि हम वृद्धजनों...