रक्षाबंधन – सुधा त्रिपाठी शुक्ला
रक्षाबंधन
आया राखी का त्योहार
बहना चली भाई के द्वार
सजा के थाली पूजा की,
संग में ले प्यार की सौगात,
बहना चली मनाने त्यौहार
नहीं मांगती धन दौलत वो
पवित्र प्यार की दौलत है भाई बहन का प्यार
इसको ही निभाते रहना
यही मेरा उपहार ।
इससे मेरा बचपन बचा रहेगा
सारी यादें सजी रहेंगी
तिलक लगाकर राखी
बांधकर
तुम्हें दूं आशीष हजार
एक तुम्हारी मुस्कान से
खुशियां से होगा त्योहार ।
तुम सदा ही रखना लाज
बहन छोटी हो या बड़ी
चाहे बस तुमसे बस प्यार।
मेरा है ये प्यारा त्योहार।
रोली चंदन अक्षत और मौली दूर्वा,हल्दी और केसर डाली है मंत्रों के संग
बांधूंगी मैं रक्षा सूत्र भैय्या को आज ,
आया रक्षाबंधन का त्योहार
@सुधा त्रिपाठी शुक्ला
मुंबई महाराष्ट्र
३/८/२०२०
बहुत ही सुंदर रचना